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बर्फ खाने के फायदे और नुकसान (Barf khane ke fayde aur nuksan)

गर्मी में बर्फ खाना और पेय पदार्थों में बर्फ डालकर उन्हें ग्रहण करना किसे पसंद नहीं| पर अक्सर हमारे बड़े-बुजुर्ग कहते पाए जाते हैं की बर्फ खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है| पर इस बात में आखिर कितनी सच्चाई है?

इस लेख में हम बर्फ खाने के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा करेंगे|

(इस लेख में हम जानेंगे - Pros and Cons of eating Ice, in Hindi)

Table of Contents (in Hindi)
  • बर्फ खाने का मन क्यों करता है?
  • बर्फ खाने के फायदे
  • बर्फ खाने के नुकसान

बर्फ खाने का मन क्यों करता है? (Barf khane ko man kyun karta hai?)

अक्सर हमें बर्फ खाने का मन करता है| वैसे तो गर्मियों में यह सभी के साथ होता है, परन्तु अगर किसी को कुछ ज्यादा ही ठंडा खाने का मन करे तो यह शरीर में हो रहे किसी बदलाव या किसी पनप रही बीमारी के कारण भी हो सकता है| अत्यधिक बर्फ चबाने की आदत को पगुफेजिया (Pagophagia) कहा जाता है|

  • आप अक्सर पाएंगे की छोटे बच्चों को और गर्भावस्था में महिलाओं को बर्फ खाने की तीव्र इच्छा होती है|

  • एनीमिया (Anemia) होने की वजह से भी बर्फ खाने की इच्छा अधिक होने लगती है| एनीमिया में खून में लाल रक्त कोशिकाएं काम हो जाती हैं, और इस कारणवश शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन अच्छे से नहीं पहुंच पाती| गर्भावस्था और मासिक धर्म के दौरान अक्सर महिलाओं को एनीमिया हो जाता है, और उन्हें बर्फ खाने का मन करता है|

  • बर्फ खाने की इच्छा शरीर में पानी की कमी के कारण भी हो सकती है, अर्थार्थ डिहाइड्रेशन के कारण|

  • कुछ लोग तनाव, दुश्चिंता, या अवसाद होने पर भी बर्फ खाते हैं|

  • यह कुछ मानसिक कमियों, जैसे की मंदबुध्दि और आटिज्म (Autism) का लक्षण भी हो सकता है|

बर्फ खाने के फायदे (Barf khane ke fayde)

  • वैसे तो हिचकी रोकने के लिए हमारे पास कोई पक्का तरीका नहीं होता| परन्तु कुछ लोगों के अनुसार बर्फ चूसने से हिचकी आना बंद हो जाती हैं| अगली बार हिचकी आये तो यह प्रयोग करके देखिएगा|

  • एसिडिटी में भी बर्फ खाने या ठंडा बर्फीला पानी पीने से थोड़ी राहत मिलती है|

  • बर्फ खाने के अलावा, अन्य कई तरीके से भी हमारे काम आती है, जैसे की ठंडी सिकाई के लिए, चेहरे पर ठंडी मालिश के लिए, इत्यादि|

बर्फ खाने के नुकसान (Barf khane ke nuksan)

  • अत्यधिक बर्फ खाने से दांतों की ऊपरी परत को नुकसान पहुंच सकता है| अगर ऐसा हुआ, तो आपके दांतों में कुछ भी खाने पर झनझनाहट होने लगेगी, खासतौर से कुछ भी ठंडा या गर्म खाने पर|

  • हमें गर्म तासीर वाली चीज़ों के साथ, कुछ भी ठंडा नहीं खाना चाहिए| इसलिए घर में खाने, चाय, कॉफ़ी इत्यादि के तुरंत बाद कुछ भी ठंडा ग्रहण न करें - न ठंडा पानी, न बर्फ, न आइसक्रीम| ठन्डे-गर्म का मिलन स्वास्थ्य के लिए बहुत नुक्सानदायक होता है| आपको ऐसा करने से पहले कम से कम एक घंटे इंतज़ार करना चाहिए| इसी प्रकार, कुछ भी ठंडा खाने के तुरंत बाद कुछ गर्म न खाएं - कम से कम एक घंटा इंतज़ार करें|

  • राजीव दीक्षित जी के अनुसार तो कोई भी चीज़ जो 10° से कम तापमान वाली हो, वो शरीर को नुकसान ही पहुंचाएगी| स्वाभाविक रूप से, इसमें बर्फ भी शामिल है, क्यूंकि बर्फ तो 0° या उससे भी कम तापमान पर बनती है| अर्थार्थ बहुत ठन्डे की मनाही है, थोड़े बहुत ठन्डे की नहीं, जैसे की बर्फ या बहुत ठंडा पानी लेने की जगह थोड़ा शीतल जल लें, कुल्फी की जगह रबड़ी खाइये, इत्यादि|

मगर कई बार अपने मन पर काबू पाना बहुत मुश्किल होता है| अगर आप अपने आप को बर्फ खाने से नहीं रोक पा रहे, तो उससे होने वाले नुक्सान को कम करने के लिए यह करें:

  • बर्फ को लगातार मुँह में न रखें| थोड़ी देर मुँह में रखकर फिर बाहर निकाल लें - हाथों में, या कटोरी में|

  • एकदम ठंडी, और कड़क बर्फ खाने का प्रयास न करें, उसे थोड़ा पिघलने दें, थोड़ा मुलायम होने दें| इससे आपके दांतों पर भी कम ज़ोर पड़ेगा|

  • बर्फ के पानी को सीधे पेट में लेने के बजाये, बर्फ और उसके पानी को मुँह में थोड़ा घुमाएं| इससे आपकी लार के साथ मिलके वो थोड़ा गर्म हो जायेगा| फिर आप उसे पिएं| इससे शरीर को नुकसान कम होगा|

  • बर्फ को चूसें, वो भी बहुत धीरे-धीरे| जल्दी-जल्दी चबाएं और खाएं ना|

यह बहुत देसी तरीके हैं, पर बहुत कारगर| मुझे भी कभी बर्फ खाने का मन करता है, साल में 2-3 बार, तो मैं ऐसे ही खाता हूँ|

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