जिनसेंग के फायदे और नुकसान (Ginseng ke fayde aur nuksan in hindi)
जिनसेंग (Ginseng) एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो अभी हाल के वर्षों में कुछ ज्यादा ही प्रसिद्ध हुई है| यह आपको बहुत चीज़ों में मिलेगी, जैसे Revital कैप्सूल्स में, होम्योपैथिक के Alfalfa टॉनिक में, इत्यादि| इसका पूरा वैज्ञानिक नाम Panax Ginseng है|
इस लेख में हम इसी के फायदों, आदि के बारे में जानेंगे|
(इस लेख में हम जानेंगे - Pros and Cons of Ginseng, in Hindi)

- जिनसेंग के फायदे
- जिनसेंग के नुक्सान
जिनसेंग देखने में इंसानी धड़ जैसा दिखता है| यह ज्यादातर अमेरिका, कनाडा, और कोरिया में पाया जाता है| यह सबसे महंगी जड़ी-बूटियों में से एक है| जब इसका पौधा 4-5 साल पुराना हो जाता है, तब इसकी जड़ें खोदकर इस्तेमाल करने लायक हो जाती हैं| यह शरीर के हर अंग पर असर डालता है, और उनकी सेहत में सुधार लाता है|

कुछ लोग जिनसेंग और अश्वगंधा के बीच भ्रमित हो जाते हैं| पर यह अलग-अलग जड़ी-बूटियां हैं|
जिनसेंग के फायदे
जिनसेंग के फायदे अनेक हैं| उनमें से कुछ का हम यहाँ उल्लेख करेंगे|
जिनसेंग हमारी रोग-प्रतिरोधक छमता को बढ़ाता है| यह शरीर की कमज़ोरी दूर करके आपको त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है| इसीलिए, इसका इस्तेमाल Revital जैसी ऊर्जा-वर्धक दवाइयों में होता है|
गठिया रोगियों के लिए जिनसेंग काफी लाभदायक है|
अगर किसी में लकवा के लक्षण प्रतिलक्षित हो रहे हैं, या उनको लकवा लगने के आसार हैं, तो जिनसेंग लाभदायक साबित होगा|
जिनसेंग पाचन में भी लाभदायक सिद्ध होता है| इसी कारणवश यह होम्योपैथिक के Alfalfa टॉनिक में भी इस्तेमाल किया जाता है, जो यकृत (liver) की सेहत को बेहतर बनाता है| पाचन क्रिया को बेहतर करके यह मोटापा घटाने में भी मदद करता है|
जिनसेंग काफी ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट (anti-oxident) है| अतः यह बुढ़ापा जल्द नहीं आने देता|
यह कई गुप्त रोगों में भी असरदार साबित होता है, जैसे की शीघ्रपतन, स्वप्न-दोष, इत्यादि|
जिनसेंग के कई मानसिक फायदे भी है, जैसे की यह याद्दाश्त बढ़ाता है, सर-दर्द को कम करता है, और तनाव को कम करता है|
यह शुगर को भी नियंत्रित करता है, इसलिए यह मधुमेह रोगियों के लिए भी हितकारी है|
यह उच्च-रक्तचाप को नियंत्रित करने में और कोलेस्ट्रॉल घटाने में भी बहुत प्रभावी माना जाता है|
जिनसेंग के नुक्सान
वैसे तो जिनसेंग लेने से कोई नुक्सान नहीं होता है, परन्तु फिर भी कुछ हद तक सावधानी बरतनी चाहिए|
कुछ लोग अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन कर लेते हैं, जिससे कुछ हानि हो सकती है| आखिरकार अति तो हर चीज़ की बुरी होती है - पानी भी अत्यधिक मात्रा में पीने से नुक्सान कर सकता है| जिनसेंग एक दिन में 1 ग्राम से अधिक न लें|
कुछ लोगों को एलर्जी होती हैं, और इस कारणवश कुछ नकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं|
गर्भवती महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, तथा मधुमेह आदि के रोगियों को अधिक सावधान रहना चाहिए| कई बार यह लोग कुछ और दवाइयाँ भी ले रहे होते है, इसलिए अपने वैद्य/डॉक्टर से सलाह करके ही इसको ग्रहण करें|